Journalist Council of India
Journalists’ Council of India (Regd.) Friends, the organization of unrecognized journalists, Journalists Council of India organization has been started to take the problems of unrecognized journalists to the government administration. The organization has only two main objectives, first wave media should be brought into existence and secondly, for the protection of journalists, the demand for the introduction of a journalist protection law. The organization is vigorously raising both its demands.
Even after having such a strong hold of Wave Media, there is no manual for it, there is no process of its registration and even after so many days of independence, the absence of journalist protection law in the country has given birth to this organization. . Presently the organization is registered under the Trust Act. This organization is not just an organization, now it is becoming a giant family of journalists. Many senior advocates have become advisors to this organization, which help in advocating the cases of journalists.
Journalists, as you know, in these circumstances, no person from the administration, society and even the government stands with us to support the journalists.
Sometimes even our institutions pull their hands back. Instead of supporting us, they also cut off from us or it is said that we journalists fall alone in trouble and not only fake cases with harassment, but we journalists also have to lose their lives. Our family and children become orphans. We fight for every section, but no one supports us, why?
We fight for every section, but no one supports us, why? The only reason for this is that we are not organized. The Journalists Council of India has been formed for the purpose of organizing all the journalist companions. The main objective of the organization is to solve the problems of journalist colleagues at every level, as well as to give recognition and respect to the journalists of Wave Media like other journalists.
The Journalist Council of India organization is always ready to respect the journalists, if any journalist is harassed in the district Tehsil Mandal state, then after taking the full report, our organization makes a decisive struggle to get justice for the journalist.
Friends, the journalist society is a society of intellectuals, yet this society has not been united till date, from the day this community of the country started speaking in one voice, no power of the country would mistake this society as a toy. Some comrades brag about why we are not persecuted. Our personal belief is that you did not show the sharp edge of your pen against the government and the mafia or the government and the mafia could not even see the edge of your pen.
Yes, one thing is more true that some cases of journalist harassment are due to the bullying of journalism. But in places like Uttar Pradesh, Bihar, Gujarat, Maharashtra, Chhattisgarh, the journalists who were killed within two years were neither novices nor They had some mutual enmity, they were killed only because of the sharp edge of their pen. There are many organizations in journalist organizations, which are being proved today in name only. Friends, now the time has changed.
Now we need the recognition of Wave Media and the Protection of Journalists Act. At the same time, there are more demands of the organization, such as to bring the problems of journalists to the administration and efforts should be made unitedly to solve them, the journalists of Wave Media (News) Portal and YouTube channel) should be brought into existence and their journalists should be given recognition and respect like other journalists, journalists should also be given free treatment up to 5 lakhs under Ayushman Yojana,
The educational qualification of journalists should also be determined and for this, the central government should change the rules, it is also the demand of our organization that all journalists should be given the benefit of pension, that is, whatever work will be done for the benefit of journalists, it will always be done by the Journalists Council of India organization. Will try to get it done.
Under the banner of Journalist Council of India organization, a large section of journalists across the country is now calling these demands necessary, so if you are a journalist and consider these demands of the organization important, then raise the voice of the Journalist Council of India organization.
. think what is right
जर्नलिस्ट काउंसिल ऑफ इंडिया (रजि.)
साथियों,गैर मान्यताप्राप्त प्राप्त पत्रकारों का संगठन जर्नलिस्ट काउंसिल ऑफ इंडिया संगठन की शुरुआत गैर मान्यताप्राप्त पत्रकारों की समस्याओ को शासन प्रशासन तक पहुंचाने के लिए की गई है। संगठन के दो ही मुख्य उद्देश्य रहें पहला वेव मीडिया को अस्तित्व में लाया जाना और दूसरा पत्रकारों की सुरक्षा के लिए पत्रकार सुरक्षा कानून लाये जानें की मांग । अपनी दोनों मांगो को संगठन पुरजोर तरीके से उठा रहा है।
वेव मीडिया की इतनी मजबूत पकड़ होने के बाद भी अभी तक इसके लिए कोई नियमावली न होना इसके रजिस्ट्रेशन की कोई प्रकिया न होना और दूसरा आजादी मिलने के इतने दिनों बाद तक भी देश में पत्रकार सुरक्षा कानून का न होने ने ही इस संगठन को जन्म दिया । वर्तमान में संगठन ट्रस्ट एक्ट के अंतर्गत रजिस्टर्ड है।
यह संगठन सिर्फ संगठन नहीं रहा अब पत्रकारों का एक विशालकाय परिवार बन रहा है। कई वरिष्ठ अधिवक्ता गण इस संगठन के सलाहकार बन चुके हैं जो पत्रकारों के मुकदमों की पैरवी में सहायता करते हैं ।
पत्रकार साथियों जैसा कि आप को पता ही है इन परिस्थितियों मे हम पत्रकारों का साथ देने प्रशासन,समाज और यहाँ तक कि सरकार का कोई भी व्यक्ति हमारे साथ नहीं खडा होता हैं ।
कभी कभी तो हमारे संस्थान भी अपना हाथ पीछे खींच लेते है। वह भी हमारा साथ देने के बजाय हमसे कन्नी काट लेते हैं या यूँ कहा जाए कि मुसीबत मे हम पत्रकार अकेले पड़ जाते हैं और उत्पीड़न के साथ फर्जी मुकदमे ही नहीं बल्कि हम पत्रकारों को अपनी जान तक से हाथ धोना पड़ जाता है। हमारा परिवार व बच्चे अनाथ बन जाते है।
हम हर वर्ग हर तबके के लिए संघर्ष करते हैं लेकिन हमारा साथ कोई नहीं देता क्यों?
इसका एकमात्र कारण यह है कि हम संगठित नहीं है। सभी पत्रकार साथियों को संगठित करने के उद्देश्य से ही जर्नलिस्ट काउंसिल ऑफ इंडिया का गठन किया गया है ।
संगठन का मुख्य उद्देश्य पत्रकार साथियों की समस्याओं का हर स्तर पर निराकरण कराना इसी के साथ वेव मीडिया के पत्रकारों को अन्य पत्रकारों की भांति मान्यता और सम्मान दिलाना है।
जर्नलिस्ट काउंसिल ऑफ इंडिया संगठन पत्रकारों के सम्मान के लिए हमेशा तैयार है जिले तहसील मंडल राज्य में किसी पत्रकार का उत्पीड़न होता है तो पूरी रिपोर्ट लेने के बाद हमारा संगठन पत्रकार को न्याय दिलाने के लिए निर्णायक संघर्ष करता है।
साथियों पत्रकार समाज बुद्धजीवियों का समाज है फिर भी यह समाज आज तक एकजुट नहीं हो पाया, जिस दिन देश का यह समुदाय एक स्वर में बोलने लगा उस दिन से देश की कोई भी ताकत इस समाज को खिलौना समझने की भूल नहीं करेगी। कुछ साथी घमंड में बोलते हैं कि हमारा उत्पीड़न क्यों नहीं हो जाता। हमारा व्यक्तिगत मानना है कि आपने सरकार और माफियाओं के खिलाफ अपनी कलम की धार को धारदार दिखाया ही नहीं या सरकार और माफिया आप की कलम की धार को देख ही नहीं पाये।
हाँ एक बात और सही है कि पत्रकार उत्पीड़न के कुछ मामले पत्रकारिता की धौंस के चलते है।लेकिन उत्तर प्रदेश, बिहार, गुजरात, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ आदि जगहों पर जिन पत्रकारों की दो साल के भीतर हत्या हुई है वह न तो नौसिखिया थे और न उनकी कोई आपसी दुश्मनी थी उनकी हत्या सिर्फ उनकी कलम की धार की वजह से हुई। पत्रकार संगठनों में तमाम संगठन है जो केवल नाम के ही आज साबित हो रहें हैं। साथियों अब वक़्त बदला है ।
अब हमें वेव मीडिया की मान्यता और पत्रकार सुरक्षा कानून की अत्यंत आवश्यकता है।इसी के साथ संगठन की और भी मांगे है जैसे पत्रकारों की समस्याओं को शासन प्रशासन तक पहुँचाये एवं उनका निराकरण कराने का प्रयास एकजुट होकर किया जाये,वेव मीडिया के पत्रकारों (न्यूज़ पोर्टल व यूट्यूब चैनल) को अस्तित्व में लाया जाये और इनके पत्रकारों को अन्य पत्रकारों की भांति मान्यता और सम्मान दिया जाये ,पत्रकारों को भी आयुष्मान योजना के तहत 5 लाख तक का इलाज मुफ्त दिया जाये, पत्रकारों की भी शैक्षिक योग्यता भी निर्धारित की जायें और इसके लिए केंद्र सरकार नियमावली में बदलाव करे हमारे संगठन की यह भी मांग है कि सभी पत्रकारों को पेंशन का लाभ दिया जाये अर्थात पत्रकारों के हितार्थ जो भी कार्य होंगे वह हमेशा जर्नलिस्ट काउंसिल ऑफ इंडिया संगठन के द्वारा कराये जाने का प्रयास किया जायेगा ।
जर्नलिस्ट काउंसिल ऑफ इंडिया संगठन के बैनर तले देश भर के पत्रकारों का एक बड़ा तबका अब इन मांगो को जरूरी बता रहा है तो आइए अगर आप पत्रकार हैं और संगठन की इन मांगो को महत्वपूर्ण समझते है तो जर्नलिस्ट काउंसिल ऑफ इंडिया संगठन की आवाज को बुलंद कीजिए।
सोंच वही जो करे सही